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The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyrics english

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अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥ क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति। प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।। नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।। धन निर्धन https://shivchalisas.com

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